180 मजबत सीमा-चौकियों के साथ आईटीबीपी कर रहा है देश की सरक्षा

पंकज गोयल (राष्ट्रीय महामंत्री) भारत तिब्बत सहयोग मंच  जब तिब्बत एक आजाद प्रियॉरिटी देश था। उस समय भारत- में तिब्बत सीमा पर सैन्य बल बल नहीं बल्कि पुलिस की परिस्थिति चौकियां हुआ करती थी। चीन द्वारा तिब्बत की आजादी समाप्त किये जाने के बाद सीमा का सौहार्द भी समाप्त हो गया। चीन द्वारा 1962 में रही ख में आधारभनमाण की गति को दे प्रियॉरिटी रोड की निर्माण की गति को तेज किया गया है और भविष्य में आधारभूत संरचना के निर्माण में और तेजी लाई जाएगी। उन्होंने बल की क्षमताओं के बारे में उल्लेख करते हुए कहा कि बल हर परिस्थिति से निबटने के लिए हमेशा तैयार है और सरकार द्वारा सौंपी गई किसी भी प्रकार की ड्यूटी को निभाने में सक्षम है। बल के महानिदेशक ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बल द्वारा किए जा रहे अभियानों और उपलब्धियों की भी जानकारी दी और कहा कि बल देश की आंतरिक सुरक्षा की सौंपी गई ड्यूटीज में भी खरा उतरती रही है। देसवाल ने अपने संबोधन में बल द्वारा बल कर्मियों के